झवेरचंद मेघाणी वाक्य
उच्चारण: [ jheverechend meghaani ]
उदाहरण वाक्य
- गुजरात के लोकजीवन और लोकसाहित्य को उपन्यासों के साँचे में ढालने का स्तुत्य प्रयास झवेरचंद मेघाणी ने किया, जो गुजराती लोकसाहित्य के विशेषज्ञ भी थे।
- गुजरात के लोकजीवन और लोकसाहित्य को उपन्यासों के साँचे में ढालने का स्तुत्य प्रयास झवेरचंद मेघाणी ने किया, जो गुजराती लोकसाहित्य के विशेषज्ञ भी थे।
- कुछ समय पहेले की ही बात करें तो हमारे लोकशायर श्री झवेरचंद मेघाणी का लिखा हुआ ' શિવાજીનું હાલરડું ' याद करने योग्य है ।
- गुजराती साहित्य में विविध विधाओं पर कईं पुस्तक देने वाले झवेरचंद मेघाणी का जन्म गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले के चोटीला शहर में हुआ था ।
- गुजरात के लोकजीवन और लोकसाहित्य को उपन्यासों के साँचे में ढालने का स्तुत्य प्रयास झवेरचंद मेघाणी ने किया, जो गुजराती लोकसाहित्य के विशेषज्ञ भी थे।
- गुजरात के सुप्रसिद्ध लोक साहित्यकार स्वर्गीय झवेरचंद मेघाणी ने आजादी के कुछ ही वर्ष पूर्व सौराष्ट्र की लोक कथाओं में अनेक नदियों में आई बाढ़ का उल्लेख किया है।
- मेघाणी भाई (गुजराती के प्रख्यात कवि झवेरचंद मेघाणी) के अलावा इतनी अधिक स्वरचित रचनाओं को कंठस्थ रखने वाले किसी अन्य कवि से मैं तो कभी नहीं मिला।
- झवेरचंद मेघाणी ने अपनी साहित्य यात्रा में ख़ासकर गाँवों में महिलाओं के द्वारा गाये जाते गीत, किसी ख़ास अवसर पर या लोक मेले के गीतों पर काफ़ी संशोधन और सम्पादन का भगीरथ कार्य भी किया ।
- गुजरात के कवि, उपन्यासकार, कहानीकार, लोकसाहित्य साधक, सम्पादक, आलोचक, पत्रकार और अनुवादक के रूप में क़रीब 100 से भी अधिक पुस्तक लिखनेवाले अमर साहित्यकार-स्वर्गीय झवेरचंद मेघाणी की जन्मतिथि में विसंगतता ज़रूर है ।
- झवेरचंद मेघाणी का कालखंड 1897-1947 होने के बावजूद, इतने वर्ष बीतने पर भी गुजराती भाषा और लोगों के दिल में आज भी अमर “ राष्ट्रीय शायर ” ज़िंदा है! उनके जन्मदिन सप्ताह पर शत शत नमन ।
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